पुराणों में नागों की इन शाखाओं का उल्लेख किया गया है-
- तक्षक
- जितनाग
- वसाति
- कालपौनिया
- कलकल
जितनागों से जाटों की उत्पत्ति हुई तथा वसाति, जाटों के वैस वंश के नाम से प्रख्यात हुआ। इस पुस्तक में यह जाट जाति के लोगो के बारे में विस्तृत से बताया गया है|
Book Name | जाट इतिहास | Jat Itihas |
Author | ठाकुर देशराज - Thakur Deshraj |
Category | Religion Books, History Books |
Book Language | हिंदी | Hindi |
Publisher | Vrajendra Sahitya Samiti |
Pages | 850 |
Country | India |
Book Size | 40 MB |
पुराणों में नागों की इन शाखाओं का उल्लेख किया गया है-
जितनागों से जाटों की उत्पत्ति हुई तथा वसाति, जाटों के वैस वंश के नाम से प्रख्यात हुआ। इस पुस्तक में यह जाट जाति के लोगो के बारे में विस्तृत से बताया गया है|