दर्शनशास्र पुस्तक समस्त शास्त्रों या विद्याओं का सार, मूल, तत्त्व का संग्राहक है। प्रस्तुत पुस्तक में भारत के वेद-दर्शन, उपनिषद- दर्शन, गीता-दर्शन, चार्वाक दर्शन, जैन दर्शन, बौद्ध दर्शन, न्याय दर्शन, वैशेषिक दर्शन, सांख्य दर्शन, योग दर्शन, मीमांसा दर्शन, अद्वैत दर्शन तथा रामानुज दर्शन का विस्तृत विवेचन किया गया है।