इस पुस्तक में भारत के राजनैतिक इतिहास का विवरण किया गया है| इसमें भारत के साम्राज्य के उत्थान, पतन का तथा उसके बाद के इतिहास का वर्णन किया है। इस में प्रताप हर्षवर्धन के बाद कैसे संपूर्ण ऐतिहासिक दृष्टि बदल गई वो बताया गया है।