“भू-आकृति विज्ञान” पुस्तक में भूतल पर सम्पन्न विभिन्न प्रक्रियाओं की सक्रियता एवं भू-आकारों की भौगोलिक व्याख्या दी गयी है| इसमें महाद्वीपीय विस्थापन, सागर नितल प्रसरण, प्लेट विवर्तनिकी, भूसंचालन सभी विषयों का समावेश किया गया है।

“भू-आकृति विज्ञान” पुस्तक में पृथ्वी के उच्चावचों का व्याख्यात्मक वर्णन है। भू-आकृति विज्ञान विषय से वैज्ञानिक भूमि निरीक्षण, भौगोलिक पर्यवेक्षण तथा संख्यात्मक संयोजन के द्वारा धरातल पर होने वाले परिवर्तनों का पूर्वानुमान लगाते है| भौगोलिक परिवर्तनों की उपयोगिता भूगोल, पुरातत्व विज्ञान, भू-अभियांत्रिकी विज्ञान, तकनीकी भू-अभियांत्रिकी, भू-ज्यामिति आदि विषय क्षेत्रों में है।