इस पुस्तक में अक्षरांक पद्धति को स्थापित कर देने के बाद आर्यभट ग्रहों की परिक्रमाओं की बड़ी-बड़ी संख्याओं की खोज की उसके बारे में बताया गया है|आर्यभट की खोज के अनुसार, एक युग में 4320000 बार पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाती है, इसलिए युग में वर्ष भी इतने ही हैं।