महाभारत में ही समावित ‘श्रीमद्भगवद्गीता’ एवं ‘विदुर नीति’ के दो आधार-स्तंभ हैं।एक में भगवान् श्रीकृष्ण अधर्म के विरुद्ध अर्जुन को युद्ध के लिए प्रेरित करते हैं तो दूसरे में महात्मा विदुर युद्ध टालने के लिए धृतराष्ट्र को अधर्म का साथ छोड़ने के लिए उपदेश देते हैं। यहाँ श्रीकृष्ण तो अपने उदेश्य में सफल हो जाते हैं, लेकिन विदुर के उपदेश धृतराष्ट्र का हृदय-परिवर्तन नहीं कर पाते, जिसका परिणाम महाभारत के युद्ध के रूप में सामने आता है।