वेदों को मानव रहित निर्मित माना जाता है। हिंदुओं का मानना है कि भगवान वेदों के परमेश्वर है। वेदो के प्रगट्या के बारे में ब्रह्माजी जानते हैं। ब्रह्माजी के सिवा और भी जिन देवताओ और ऋषियोने वेदो को जाना था, वो सब उस में तन्मय होकर आनन्द स्वरूप हो गये।
Book Name | वेद कथानक | Ved Kathanak |
Category | Religion Books, Mythological Books, Sahitya Books, Hinduism, Hindi Books |
Book Language | हिंदी | Hindi |
Pages | 541 |
Country | India |
Book Size | 21 MB |
वेदों को मानव रहित निर्मित माना जाता है। हिंदुओं का मानना है कि भगवान वेदों के परमेश्वर है। वेदो के प्रगट्या के बारे में ब्रह्माजी जानते हैं। ब्रह्माजी के सिवा और भी जिन देवताओ और ऋषियोने वेदो को जाना था, वो सब उस में तन्मय होकर आनन्द स्वरूप हो गये।